रिहाई
बाहर गिरती बारिश के साथ ही सृष्टि के मन के भीतर भी कुछ भीग सा रहा था। आँसुओं को रोक कर काम निपटाने वो किचन की तरफ चल दी वरना गालियों की बौछार और ताने सुनने पड़ते हैं। रोहित के [...]
बाहर गिरती बारिश के साथ ही सृष्टि के मन के भीतर भी कुछ भीग सा रहा था। आँसुओं को रोक कर काम निपटाने वो किचन की तरफ चल दी वरना गालियों की बौछार और ताने सुनने पड़ते हैं। रोहित के [...]